जय राधे राधे किर्तन गावे संसार सारा झुमेला

हो मोरी ठाकुर जी कि वाणी – परमआनन्द  नि खानि
सारा जगत में गुन्जेला
जय राधे राधे किर्तन गावे संसार सारा झुमेला – ३
हो संसार सारा झुमेला – ४
जय राधे राधे किर्तन गावे संसार सारा
 झुमेला  – २


( देवघर में हो सभी वो तिरथ –
( भक्ति भजन्वा होकेला ) – २ ) – २
बन्दे पुरुषोत्तम देइके नारा – ४
ठाकुर चरण सब घुमेला
जय राधे राधे किर्तन गावे संसार सारा झुमेला – २
हो संसार सारा झुमेला – ४
जय राधे राधे किर्तन गावे संसार सारा झुमेला – २


( सत्संगी के तारन लगन्वा – ( प्रेम के मेवा फुटेला ) – २ ) – २
उजर उजर फुलवा फुरल बाते – ४
सारा बगिचा मेहेकेला |
जय राधे राधे किर्तन गावे संसार सारा झुमेला – २
हो संसार सारा झुमेला – ४
जय राधे राधे किर्तन गावे संसार सारा झुमेला – २


अमृत सरोवर ग्यान के लेहेरे – ( ग्यान पुवारा फुटेला ) – २ ) – २
कृपा के वारिस हर दम होके – ४
सदा सतासंग में गुन्जेला
जय राधे राधे किर्तन गावे संसार सारा झुमेला – २
हो संसार सारा झुमेला – ४
जय राधे राधे किर्तन गावे संसार सारा – २


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